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खटमल और जूं की कहानी - The Story of the Bedbug and the Louse - Panchatantra story

 

खटमल और जूं की कहानी - The Story of the Bedbug and the Louse - Panchatantra story in Hindi

खटमल और जूं की कहानी - The Story of the Bedbug and the Louse - Panchatantra Kahaniyan in Hindi

खटमल और जूं की कहानी

भूमिका

पंचतंत्र की कहानियाँ अपनी गहरी नैतिक शिक्षाओं के लिए जानी जाती हैं। "खटमल और जूं की कहानी" भी एक ऐसी ही कहानी है, जो हमें बताती है कि कैसे गलत संगत और अति आत्मविश्वास व्यक्ति को विनाश की ओर ले जा सकता है। इस कहानी में खटमल और जूं के बीच का संवाद और उनके कार्य इस बात की ओर इशारा करते हैं कि समझदारी से काम न लेने पर क्या परिणाम हो सकते हैं।

राजा का बिस्तर

बहुत समय पहले की बात है, एक बड़े राज्य के राजा का बहुत ही शानदार महल था। उस महल के अंदर राजा का एक निजी शयनकक्ष था, जिसमें बहुत ही आलीशान बिस्तर लगा हुआ था। राजा का बिस्तर बहुत ही आरामदायक और कीमती था, और वह सोने के लिए विशेष रूप से जाना जाता था। राजा के बिस्तर पर एक जूं रहती थी। वह जूं राजा का खून चूसकर अपनी भूख मिटाती थी, लेकिन वह यह काम बहुत ही सावधानी से और धीरे-धीरे करती थी ताकि राजा को किसी प्रकार का कष्ट न हो।

खटमल का आगमन

एक दिन उस बिस्तर पर एक खटमल आ गया। खटमल ने राजा के बिस्तर पर देखकर सोचा कि यहाँ रहना बहुत अच्छा होगा। उसने तुरंत ही बिस्तर पर अपना स्थान बना लिया और वहीं रहने लगा। जूं ने खटमल को देखा और कहा, "तुम कौन हो और यहाँ क्या कर रहे हो? यह मेरा निवास स्थान है, और तुम यहाँ बिना मेरी अनुमति के नहीं रह सकते।"

खटमल ने मुस्कराते हुए उत्तर दिया, "मैं एक निर्दोष प्राणी हूँ, और मैं यहाँ थोड़े समय के लिए रहना चाहता हूँ। मुझे यहाँ की गर्माहट और आराम पसंद है। मैं तुम्हें कोई हानि नहीं पहुँचाऊँगा। कृपया मुझे यहाँ रहने दो।"

जूं ने खटमल की बातें सुनकर सोचा कि इसमें कोई हानि नहीं है, और उसने खटमल को वहाँ रहने की अनुमति दे दी। लेकिन जूं ने खटमल को चेतावनी दी, "देखो, यहाँ रह सकते हो, लेकिन राजा का खून मत चूसना। राजा का खून बहुत ही कोमल और मीठा होता है, लेकिन उसे चूसने से राजा को पता चल सकता है और यह हमारे लिए खतरनाक हो सकता है।"

खटमल का लालच

खटमल ने जूं की बातों को अनसुना कर दिया। उसने सोचा, "राजा का खून चखने का यह सुनहरा अवसर है। मैं इसे कैसे छोड़ सकता हूँ? मैं राजा का खून चूसूंगा और देखूंगा कि यह कितना मीठा है।" खटमल ने अपनी योजना बनाई और जूं को धोखा देने का विचार किया।

उसने जूं से कहा, "देखो, मैं तुम्हारे निर्देशों का पालन करूंगा, लेकिन एक बार राजा का खून चखने की अनुमति दो। इसके बाद मैं यहाँ से चला जाऊँगा और तुम्हें कभी तंग नहीं करूंगा।"

जूं को खटमल पर भरोसा नहीं था, लेकिन उसने सोचा कि एक बार अनुमति देने में कोई हानि नहीं होगी। उसने कहा, "ठीक है, लेकिन ध्यान रखना, राजा को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।"

विनाशकारी परिणाम

रात के समय, जब राजा गहरी नींद में सो रहा था, खटमल अपने योजना के अनुसार राजा के पास पहुँचा और उसकी त्वचा में काटकर खून चूसने लगा। लेकिन खटमल को जूं की चेतावनी की गंभीरता का अहसास नहीं था। खटमल ने जैसे ही राजा का खून चूसा, राजा को एक तीव्र दर्द का अनुभव हुआ। राजा की नींद टूट गई और वह गुस्से से बिस्तर से उठा।

राजा ने तुरंत अपने सेवकों को बुलाया और कहा, "मेरे बिस्तर में कुछ है जो मुझे काट रहा है। इसे तुरंत ढूंढ़कर खत्म करो।" राजा के सेवकों ने बिस्तर को अच्छी तरह से जांचना शुरू किया। उन्होंने हर कोने को देखा और अंततः जूं और खटमल दोनों को ढूंढ निकाला।

खटमल ने तुरंत ही भागने की कोशिश की, लेकिन सेवकों ने उसे पकड़ लिया और मार डाला। जूं, जो खटमल की योजना में शामिल नहीं थी, भी पकड़ी गई और उसे भी मारा गया।

नैतिक शिक्षा

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि बुरे संगत और गलत निर्णय का परिणाम हमेशा विनाशकारी होता है। जूं ने खटमल पर भरोसा किया और उसे अपने बिस्तर में रहने की अनुमति दी, लेकिन इसका खामियाजा उसे अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। यह कहानी यह भी बताती है कि अति आत्मविश्वास और लालच का परिणाम हमेशा हानिकारक होता है। खटमल ने जूं की चेतावनी को नजरअंदाज किया और अपने लालच में आकर राजा का खून चूसा, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।

निष्कर्ष

"खटमल और जूं की कहानी" हमें यह सिखाती है कि जीवन में सही संगति और समझदारी से लिए गए निर्णयों का बहुत महत्व होता है। गलत संगत में रहकर या लालच में आकर लिए गए निर्णय केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी विनाशकारी हो सकते हैं। इसलिए हमें हमेशा अपने निर्णयों में सतर्क और समझदार रहना चाहिए।

The Story of the Bedbug and the Louse - Panchatantra story in English

The Story of the Bedbug and the Louse

Introduction: 

The tales of Panchatantra are renowned for their deep moral lessons. "The Story of the Bedbug and the Louse" is one such story that teaches us how bad company and overconfidence can lead to one’s downfall. The interaction between the bedbug and the louse in this story highlights the consequences of not acting wisely.

The King's Bed: 

Once upon a time, there was a magnificent palace belonging to a great king. Inside this palace was the king's private bedroom, which had a luxurious bed. This bed was extremely comfortable and expensive, known especially for its comfort. A louse lived in the king’s bed. The louse would quietly suck the king’s blood to satisfy its hunger, doing so very carefully and slowly so as not to cause the king any discomfort.

The Arrival of the Bedbug: 

One day, a bedbug found its way onto the king’s bed. Seeing how grand the bed was, the bedbug thought it would be a perfect place to live. It immediately made itself at home on the bed. The louse noticed the bedbug and said, "Who are you, and what are you doing here? This is my home, and you cannot stay here without my permission."

The bedbug smiled and replied, "I am a harmless creature, and I wish to stay here for a short time. I like the warmth and comfort of this place. I won’t harm you. Please allow me to stay."

After hearing the bedbug's plea, the louse thought there was no harm in letting it stay and agreed to let it remain on the bed. However, the louse warned the bedbug, "You may stay, but do not suck the king’s blood. The king’s blood is very delicate and sweet, but if you suck it, the king might notice, and it could be dangerous for both of us."

The Bedbug's Greed: 

The bedbug ignored the louse’s warning. It thought, "This is a golden opportunity to taste the king’s blood. How can I pass this up? I will suck the king’s blood and see how sweet it is." The bedbug devised a plan to deceive the louse.

The bedbug said to the louse, "I will follow your instructions, but please allow me to taste the king’s blood just once. After that, I will leave and never trouble you again."

The louse didn’t trust the bedbug completely, but it thought that allowing it just once wouldn’t cause any harm. The louse said, "Alright, but remember, the king must not feel any discomfort."

Disastrous Consequences: 

That night, when the king was fast asleep, the bedbug followed through with its plan. It approached the king and bit into his skin to suck his blood. However, the bedbug underestimated the seriousness of the louse’s warning. As soon as the bedbug bit the king, the king felt a sharp pain. The pain woke him up, and he angrily jumped out of bed.

The king immediately summoned his servants and said, "There’s something in my bed that bit me. Find it and get rid of it at once." The king’s servants thoroughly inspected the bed. They searched every corner and eventually found both the bedbug and the louse.

The bedbug tried to escape, but the servants caught and killed it. The louse, who had not participated in the bedbug’s plan, was also caught and killed.

Moral of the Story: 

This story teaches us that bad company and poor decisions always lead to disastrous outcomes. The louse trusted the bedbug and allowed it to stay on the bed, but it had to pay for this mistake with its life. The story also illustrates that overconfidence and greed are always harmful. The bedbug ignored the louse’s warning and, in its greed, bit the king, which ultimately led to its death.

Conclusion: 

"The Story of the Bedbug and the Louse" teaches us the importance of making wise decisions and choosing the right company in life. Bad company and decisions made out of greed can be destructive not only for us but for others as well. Therefore, we should always be careful and prudent in our choices.

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